नई दिल्ली | नवंबर 17: देश में प्याज की कीमतें पहले से ऊंची बनी हुई है और अब इनके अगले कुछ महीनों तक नीचे आने की भी उम्मीद नहीं है. इसे लेकर एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
आम आदमी की थाली से अगले कुछ महीनों तक प्याज गायब रह सकता है. इसकी कीमतें पहले से ही काफी ऊंची बनी हुई हैं और अब इनके जल्द नीचे आने की उम्मीद भी नहीं है. इसे लेकर एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. देश में प्याज ही नहीं टमाटर, बंद गोभी, लौकी जैसी और सब्जियों के दाम भी लगातार बढ़ ही रहे हैं.
विक्रेताओं-खरीदारों को दाम कम होने की उम्मीद
विक्रेताओं ने कहा कि महंगा होने से प्याज की बिक्री में कमी आई है, लेकिन लोग अभी भी इसे खरीद रहे हैं, क्योंकि यह रसोई का अहम हिस्सा है। प्याज की कीमत में सीजन के हिसाब से इसमें कमी आनी चाहिए थी। 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेच रहा हूं, लोग खरीदने में आनाकानी करते हैं। सरकार से अपील करता हूं कि कम से कम रोज़ाना खाई जाने वाली सब्जियों के दाम कम किए जाएं।
8 नवंबर तक दिल्ली के ज़्यादातर इलाकों में प्याज़ की कीमत 80 रुपये प्रति किलो रही। मुंबई के बाज़ारों समेत देश के कई राज्यों में प्याज़ की कीमत में उछाल आया है। मुंबई में एक खरीदार डॉ. खान ने बताया कि प्याज और लहसुन की कीमत कई गुना बढ़ गई है। यह दोगुनी हो गई है। इससे घर का बजट भी प्रभावित हुआ है। 360 रुपये में 5 किलो प्याज खरीदा है। उम्मीद है कि प्याज के रेट जल्दी कम हो जाएंगे।