नई दिल्ली | 28 सितंबर: राजधानी दिल्ली मे गैंगवर की घटना, मर्डर, हत्या, और किसी के घर पर लुटपाट करना बहुत आम हो गया है, हमेशा आप अखबारों मे, टीवी पर या अन्य जगह पर सुनते, पड़ते, या दखते होंगे की आज राजधानी मे चोरी हुई, हत्याकांड, रैप मगर कब तक ऐसा ही चलता ही रहेगा, कब थमेगा ये बढ़ता भ्रष्टाचार, कब रुकेगा गरीबों पर हो रहा अत्याचार, कब गरीब के आसू की कीमत पता चलेगी और आखिर कब गरीब की सुनवाई होगी
दिल्ली, जो कभी अपनी तहज़ीब और रौशनी के लिए मशहूर थी, आज एक नए अंधेरे से जूझ रही है—हत्या का अंधेरा। हर दिन किसी न किसी की जान ली जा रही है; कभी एक मासूम नाबालिग को मौत के घेरे में धकेल दिया जाता है, तो कभी एक महिला, पुरुष या बच्चे को बेरहमी से मार दिया जाता है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने 2022 की रिपोर्ट रविवार (3 दिसंबर) जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर है। यहां 2022 में एक दिन में 3 रेप केस दर्ज किए गए।
NCRB की 546 पेज की रिपोर्ट में बताया कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4 लाख 45 हजार 256 केस दर्ज किए गए, यानी हर घंटे लगभग 51 FIR हुईं। 2021 में यह आंकड़ा 4 लाख 28 हजार 278 था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 की तुलना में महिला अपराधों में 4% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 2022 में 28 हजार 522 मर्डर केस दर्ज हुए यानी हर दिन 78 हत्याएं हुईं।
जब देश में 4 राज्यों के चुनाव परिणाम चर्चा में थे, उस दिन NCRB ने रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि देश में बच्चों, अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति ( ST) और साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़े हैं।
अगर ऐसे ही चलता रहा तो पहले जो लोगों के सपने को साकार करने वाली राजधानी दिल्ली भ्रस्टाचार की राजधानी बन जाएगी। दिल्ली की हालत बहुत तीव्र गति से बिगड़ती जा रही है।
जब हमारे संवाददाता से गली गली घुमकर लोगों से बात की लोगों का कहना की जो कानून उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनाया है UP मे वही दिल्ली मे आने जरूरत है दिल्ली को अगर कोई सुधार सकता है तो वो है योगी
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