नई दिल्ली | 30 अगस्त: राजौरी गार्डन में बुधवार सुबह काफिला ढाबे पर खाना लेने गए हरनीत सिंह सचदेवा जिनकी उम्र 29 वर्ष बताई जा रही थी उनका ऑर्डर देने में देरी होने पर ढाबा कर्मचारियों से झगड़ा हो गया। कर्मचारियों ने अपने मालिक को सूचना दे दी। मालिक केतन नरूला (बेटा) और अजय नरूला (पिता) अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गए। फिर सभी ने मिलकर हरनीत की पीट-पीट कर हत्या कर दी। उसके दोस्त उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद मौके पर क्राइम टीम और फरेंसिक टीम भी पहुंच गई। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि बुधवार सुबह पांच बजे राजौरी गार्डन थाना पुलिस को अस्पताल से सूचना मिली कि एक युवक को अस्पताल लाया गया था। लेकिन उसकी मौत हो चुकी है। सूचना के बाद मौके पर अस्पताल पहुंचने पर पुलिस टीम को पता चला कि डॉक्टरों ने हरनीत सिंह सचदेवा को मृत घोषित कर दिया। उसके बाद टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि हरनीत राजौरी गार्डन स्थित काफिला ढाबे पर सुबह के वक्त खाना लेने गए थे। वहां उन्होंने खाने के लिए कुछ ऑर्डर किया था। हालांकि, ऑर्डर में देरी होने पर हरनीत की वहां के कर्मचारियों के बीच कहासुनी हो गई। इसी बीच कर्मचारियों ने केतन और अजय को फोन किया। दोनों वहां अपने साथियों के साथ आए और हरनीत की बेरहमी से पिटाई कर दी। उसके दोस्त उसे लेकर अस्पताल गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। हरनीत की मां ने कहा कि आखिर उनके बेटे की गलती क्या था। वह तो सिर्फ खाना लेने गया था। उसकी कोई दुश्मनी भी नहीं थी। इसपर परिवार वालों ने कहा की
“अगर झगड़ा हो भी गया तो हाथ-पैर तोड़ देते जान लेने की क्या जरूरत थी। पुलिस वाले भी कुछ नहीं बता रहे हैं, न ही सीसीटीवी दिखा रहे हैं।”
देर रात कैसे खुला था ढाबा होगी जांच’
डीसीपी का कहना है कि देर रात तक यह ढाबा कैसे चल रहा था, जांच की जा रही है। लाइसेंस की भी जांच की जा रही है। लापरवाही मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, सुभाष नगर, टैगोर गार्डन, बाली नगर, तिलक नगर, जेल रोड इलाके में ऐसे कई रेस्तरां और ढाबा है, जहां अवैध रूप से शराब व हुक्का परोसे जाते हैं। पुलिस शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करती है। विडियो भी वायरल होते हैं। बावजूद इसके कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
लोगों का आरोप, राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, सुभाष नगर, टैगोर गार्डन, बाली नगर, तिलक नगर, जेल रोड इलाके में ऐसे कई रेस्तरां और ढाबे हैं जो तड़के 4 बजे तक चलते हैं, कई जगह अवैध रूप से शराब व हुक्का चलता है। शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होती।
तंदूर की सीक से किए कई वार, रात 12:30 बजे निकले थे घर से
- हरनीत के शरीर पर कई गंभीर चोट के निशान मिले
- तव ढावे वाले ने ऑर्डर लेकर उन्हें इंतजार करने को
हरनीत अपने दोस्त प्रीत और उसके भतीजे से मिलने के लिए रात करीब 12:30 बजे राजौरी गार्डन इलाके में गए थे। प्रीत उसी इलाके में रहता है। हरनीत भी करीब 10 साल तक उस इलाके में ही रहते थे। हरनीत शादीशुदा हैं। इस कारण पूरे इलाके के बारे में उन्हें जानकारी थी। पुलिस अधिकारी ने वताया कि जांच के दौरान पता चला कि हरनीत पहले अपने दोस्त प्रीत और उनके भतीजे से मिले। उसके बाद वह लोग घूमते रहे। करीव 3:00 बजे उन्हें भूख लगी तो वह चाइनीज फूड खाने के लिए ढावे पर चले गए।
कहा। वारिश के कारण तीनों सीढ़ी पर बैठकर इंतजार करने लगे। लेकिन ऑर्डर आने में देरी हो रही थी। तव हरनीत ऑर्डर के बारे में पूछने गए तो उनकी वहसवाजी हुई और उसके बाद आरोपियों ने उनकी लाठी-डंडे के अलावा तंदूर की सीक से भी हरनीत पर कई वार किए। हरनीत के शरीर पर कई गंभीर चोट के निशान मिले हैं।