लेह से राजघाट कई मांगें । लेकर आए थे एक्टिविस्ट
साथ के लोगों को पुलिस अलग-अलग थाने ले गई
नई दिल्ली | 2 अक्टूबर: दिल्ली पुलिस ने सोमवार रात क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक समेत करीव 120 लोगों को दिल्ली वॉर्डर से हिरासत में ले लिया। सोनम वांगचुक ने एक महीने पहले लेह से पदयात्रा शुरू की थी। 2 अक्टूबर को उन्हें राजघाट पहुंचना था। साथ के लोगों को ववाना, नरेला और अलीपुर समेत अलग-अलग थानों में ले जाया गया। मंगलवार को उन्होंने पुलिस थानों पर ही अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया। सोनम वांगचुक और उनके साथी लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर लेह से दिल्ली मार्च कर रहे थे। वांगचुक इस ‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ का नेतृत्व कर रहे हैं। पदयात्रा का आयोजन ‘लेह एपेक्स वॉडी’ ने किया था। सोमवार रात वांगचुक और उनके साथ आए लोगों को निषेधाज्ञा (Prohibitory Orders) का उल्लंघन करने के लिए हिरासत में लिया गया। वहीं दिल्ली की सीएम आतिशी को ववाना पुलिस थाने के वाहर उस समय रोक दिया गया, जव वह सोनम वांगचुक से मिलने जा रही थीं। आम आदमी पार्टी ने एक वयान में कहा कि आतिशी दोपहर करीव एक वजे पुलिस थाने पहुंचीं, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
सोमवार रात सोनम वांगचुक और लेह से उनके साथ दिल्ली आए लोगों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के लिए हिरासत में लिया गया।
लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग
लेह एपेक्स बॉडी और करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस साथ मिलकर पिछले चार साल से लद्दाख को राज्य का दर्जा दिए जाने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने, लद्दाख के लिए लोक सेवा आयोग के साथ ही शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू करने, लेह और करगिल जिलों के लिए अलग लोकसभा सीटों की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
विपक्ष ने बोला केंद्र सरकार पर हमला
विपक्ष ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, यह अस्वीकार्य है। मोदी जी, किसानों के मामले की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा। लद्दाख की आवाज सुननी होगी। AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, निहत्थे और शांतिपूर्ण लोगों से क्या डर ? कभी किसानों को रोकते हैं, कभी लद्दाख के लोगों को