बंगलूरू | 12 दिसंबर: अप्रैल 2022 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर में निकिता ने अतुल और उसके परिजनों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में अतुल के साथ ही उसके माता-पिता और भाई को भी आरोपी बनाया गया था।
बंगलूरू में इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में अब पत्नी निकिता सिंघानिया की सफाई सामने आई है। दरअसल निकिता ने साल 2022 में अतुल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें अतुल और उसके परिवार पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप
पत्नी ने लगाया दहेज प्रताड़ना का आरोप
अप्रैल 2022 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर में निकिता ने अतुल और उसके परिजनों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में अतुल के साथ ही उसके माता-पिता और भाई को भी आरोपी बनाया गया था। दहेज प्रताड़ना के अलावा निकिता ने अतुल पर उसके साथ मारपीट करने और डराने-धमकाने का भी आरोप लगाया था। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, निकिता ने बताया कि उसकी अतुल से शादी 26 अप्रैल 2019 को हुई थी, लेकिन उसके पति और सास-ससुर दहेज को लेकर नाखुश थे और वे 10 लाख रुपये और देने की मांग कर रहे थे।
निकिता और अतुल की कहानी: आरोप, दर्द, और अंत का सच
निकिता ने अपने पति अतुल और ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ना और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि अतुल शराब पीकर उसे मारता और उसकी सैलरी अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था। दहेज की लगातार मांगों से आहत होकर उसके पिता का सदमे में निधन हो गया।
दूसरी ओर, अतुल ने सुसाइड नोट में खुद को निर्दोष बताते हुए निकिता के आरोपों को खारिज किया। यह घटना रिश्तों में बढ़ते अविश्वास और समाज में गहरी जड़ें जमा चुकी कुप्रथाओं की ओर ध्यान खींचती है।